नरसिंहपुर -: प्रयागराज में स्नान करते समय नरसिंहपुर के ओस्तनारायणपुर गांव के प्रदीप महांती को नदी में हनुमान जी की एक मूर्ति प्राप्त हुई थी। प्रदीप एक कुशल गाड़ी चालक हैं। उन्होंने कुंभ मेले के समय कई बार प्रयागराज की यात्रा की है। तीसरी बार जब वे प्रयागराज गए और सरयू नदी में डुबकी लगा रहे थे, तब उन्हें यह हनुमान जी की मूर्ति प्राप्त हुई।
प्रदीप जी ने इस मूर्ति को कई महीनों तक अपने घर में रखकर श्रद्धा भाव से पूजा की। लेकिन हनुमान जी की दिव्य शक्ति और प्रभाव को सहन न कर पाने के कारण वे मानसिक चिंता में पड़ गए। इसके बाद उन्होंने राज पुरोहित से सलाह ली और मूर्ति को मंदिर को समर्पित करने का निर्णय लिया।
आज उन्होंने अपने गांव ओस्तनारायणपुर में रघुनाथ जी के मंदिर के पास इस मूर्ति की स्थापना की। राज पुरोहित श्री रजनीकांत रथशर्मा की उपस्थिति में मंत्रोच्चार, पूजा-पाठ और संकीर्तन के साथ मूर्ति की विधिवत स्थापना की गई। इस अवसर पर गांव के सभी लोग उपस्थित रहे और घंटा-घंटी तथा हरि नाम संकीर्तन के साथ पूरा गांव उत्सव के माहौल में गूंज उठा।